एक शिक्षक एक “सुपरहीरो” की तरह होता है जो हमें हमारे लक्ष्य तक पहुंचने में मदद करता है और हमें जीने का सही रास्ता दिखाता है। शिक्षक एक ऐसा व्यक्ति या यूं कह सकें देवपुरुष होते हैं जो अपना पूरा जीवन युवाओं की मदद करने और अपने देश को बेहतर बनाने में बिताते हैं। वे हमें अच्छी सलाह अच्छे संस्कार देते हैं और बताते हैं कि जीवन में अच्छा कैसे करें और अपने लक्ष्य को कैसे पाएं।
शिक्षक दिवस (Teachers Day) एक अद्भुत और विशेष दिन होता है जब हमें यह अवसर मिलता है कि हम अपने शिक्षकों के प्रति अपना प्यार और सम्मान दिखा सकें। हम अपने भारत की बात करें तो हम इसे बहुत ही उत्साह के साथ मनाते हैं। हम अपने शिक्षकों को प्यार सम्मान और इसके साथ कुछ उपहार देते हैं और उन्हें यह महसूस कराते हैं कि हमारे जीवन में उनका एक बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान है इसके लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित करके उन्हें यह संदेश दिया जाता हैं।
कबीर दास जी ने काफी अच्छा दोहा गुरु को सम्मान करने के लिए प्रकट किया था। वह दोहा कुछ इस प्रकार है:
गुरु गोविंद दोऊ खड़े, काके लागू पाय ।
बलिहारी गुरु आपनो, गोविंद दियो बताय ।।
इसका दोहे का अर्थ है “यदि गुरु और परमात्मा ; दोनों एक साथ आकर खड़े हो जाएँ तो मैं सबसे पहले गुरु को प्रणाम करुँगा फिर परमात्मा को।”
क्या आप जानना चाहते हैं कि हम शिक्षक दिवस (Teachers Day) क्यों मनाते हैं?
शिक्षक दिवस (Teachers Day) शिक्षक से ज्यादा विद्यार्थियों के लिए विशेष दिन होता है जब हम अपने शिक्षकों के प्रति अपने अंदर रखें सम्मान को प्रकट करते हैं। हिंदुस्तान में हम इसे 5 सितंबर को मनाते हैं मगर कई देशों में अलग-अलग तारीख में मनाया जाता है।
हमारे शिक्षक दिवस (Teachers Day) मनाने के पीछे का कारण सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी (Sarvepalli Radhakrishnan)” है, जोकि हिंदुस्तान के बहुत ही महत्वपूर्ण और महान पुरुष थे उनके जन्मदिन के मौके पर यह मनाया जाता है, अगर आपको यह जानकारी नहीं है तो मैं आपको बता दूं “डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन” हिंदुस्तान के उपराष्ट्रपति और शिक्षक भी रह चुके हैं।
शिक्षक दिवस (Teachers Day) बनाने की शुरुआत ही “राधाकृष्ण जी” के सम्मानित करने शुरू हुआ था। पहली बार साल 1962 में शिक्षक दिवस (Teachers Day) मनाना गया था। वह एक शिक्षक थे और उनका जन्मदिन हर साल 5 सितंबर को होता है, इसलिए हम सभी शिक्षकों को उनकी कड़ी मेहनत के लिए याद करने और धन्यवाद देने के लिए 5 सितंबर के दिन शिक्षक दिवस (Teachers Day) के रूप में मनाते हैं।
सर्वपल्ली राधाकृष्ण जी वास्तव में एक महान शिक्षक थे। सारे विद्यार्थी यह चाहते थे कि वह 1 दिन पूरे साल का दिल से हर्षोल्लास से अपने शिक्षक जो कि पूरे साल कड़ी मेहनत करके अपने विद्यार्थियों को एक ऊंचे मुकाम पर पहुंचाते है क्यों ना उनके लिए भी एक दिन निकालें और हम पूरे विद्यार्थी गण उन्हें उनका सम्मान और उन्हें अच्छा महसूस कराएं इसलिए, उन्होंने राधाकृष्ण जी के जन्मदिन को शिक्षक दिवस (Teachers Day) के रूप में मनाने का फैसला किया।
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डॉ. राधाकृष्णन हिंदुस्तान के पहले ऐसे व्यक्ति थे जो हमारे देश के दूसरे सबसे महत्वपूर्ण नेता थे। उनका जन्म साल 5 सितंबर 1888 को तमिलनाडु के तिरुमनी नामक स्थान पर हुआ था जोकि एक ब्राह्मण परिवार था। “डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन” को बचपन से ही किताबें पढ़ना और किताबें लिखना बहुत पसंद था।
उन्होंने “स्वामी विवेकानन्द (Swami Vivekanand)” जैसे महापुरुष से बहुत कुछ सीखा, जो उनके लिये एक बुद्धिमान शिक्षक की तरह थे। सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी ने हमारे देश और युवाओं के लिए बहुत सारे अच्छे काम किये। वह अब भी हमें प्रेरणा देते हैं.’ लेकिन दुःख की बात है कि साल 17 अप्रैल 1975 को चेन्नई में उनका निधन हो गया।
शिक्षक दिवस (Teachers Day) क्या है?
शिक्षक दिवस (Teachers Day) एक ऐसा दिन होता है जब हम यह दिखाते हैं कि हम अपने शिक्षकों के प्रति कितनी सम्मान और सराहना अपने दिल में रखते हैं। शिक्षक हमारे जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण होते हैं क्योंकि वे हमें हमेशा सफल होते हुए देखना चाहते हैं। कई ऐसे आपको सफल व्यक्ति दिख जाएंगे जो कहते हैं कि उनकी उपलब्धियों में सबसे बड़ा रोल उनके शिक्षकों या गुरुओं ने निभाई होती है।
डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन, जो पहले उपराष्ट्रपति थे, यही कारण है कि हम 5 सितंबर को शिक्षक दिवस (Teachers Day) मनाते हैं। उनका मानना था कि शिक्षकों के मन में हमेशा विद्यार्थियों के लिए स्नेह और प्यार और सागर जैसा भरा हुआ ज्ञान हमेशा रहता है।
हम शिक्षक दिवस (Teachers Day) कैसे मनाते हैं?
सभी देशों में शिक्षक दिवस (Teachers Day) अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है। लेकिन हमारे हिंदुस्तान में हम इसे बहुत ही उत्साह के साथ मनाते हैं। इस दिन छात्र अपने शिक्षकों के प्रति सम्मान दिखाने के लिए विशेष कार्य करते हैं। जैसे कि मनोरंजक गतिविधियाँ आयोजित करते हैं और अपने शिक्षकों को फूल और कलम और विभिन्न तरह के उपहार देते हैं।
शिक्षक दिवस (Teachers Day) पर हम दिखाते हैं कि हम अपने शिक्षकों से कितना प्यार और कितना सम्मान करते हैं। हम अपने शिक्षकों को खुश करने के लिए महत्वपूर्ण कार्य करते हैं इस दिन हर एक विद्यार्थी अपना 100% लगा देता है यह दिखाने में कि वह अपने शिक्षक से कितना ज्यादा प्यार और उनसे स्नेह करता हैं।
शिक्षक दिवस (Teachers Day) से विद्यार्थी क्या-क्या सीख सकते हैं?
1. शिक्षक दिवस (Teachers Day) के अवसर पर शिक्षक से विद्यार्थी अनुशासन, समय की कीमत, विनम्रता और संस्कार यह सभी चीजें विद्यार्थियों को शिक्षक से सीखनी चाहिए।
2. शिक्षक दिवस (Teachers Day) के अवसर पर विद्यार्थी अपने शिक्षक के कड़ी मेहनत को, संघर्ष को और उनके जीवनशैली को अपने जीवन में कैसे उतारें यह सीख सकते हैं।
3. शिक्षक दिवस (Teachers Day) के अवसर पर विद्यार्थी अपने शिक्षक से हर परिस्थिति में शिक्षक जैसे निडर निस्वार्थ-भाव से अपने से छोटे उम्र के या कम पढ़े लिखे लोगों के प्रति आदर उनका सम्मान और उनकी मदद कैसे करें यह सीख सकते हैं।
आइए तो आज हम और आप अपने शिक्षकों के द्वारा किए गए महत्वपूर्ण कार्य का फल उन्हें दे और मिलकर शिक्षक दिवस (Teachers Day) के शुभ अवसर को एक खास दिन बनाएं।
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