क्या आपको पता है G20 New Delhi सम्मेलन में भारत लेने वाला है बड़ा फैसला || Bharat is taking a big Decision in G20! भारत किस आधार पर क्या निर्णय लेने वाला है और G20 का पूरे विश्व में क्या महत्व है आज के पोस्ट में हम यह जानेंगे।
भारत को मिली है G20 की अध्यक्षता। || India has got the Presidentship of G20.
इस साल G20 के अध्यक्षता भारत के हाथों में है, पिछले साल यह अध्यक्षता इंडोनेशिया के पास था भारत में G20 की तैयारी खूब जोर-शोर से की जा रही है। 9-10 सितंबर को होने वाला यह सम्मेलन भारत के लिए काफी महत्वपूर्ण होने वाला है। इसमें भारत अपने विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मुद्दों को दुनिया के सामने रखकर उसे समाधान करने की कोशिश करेगा। दुनिया के 80 प्रतिशत ग्लोबल इकोनामी को संभालने वाले देश 9-10 सितंबर को भारत के राजधानी न्यू दिल्ली में आएंगे जिनमें अमेरिका, चीन, रूस और जापान के अलावा कई देश होंगे। भारत की अध्यक्षता के अंदर सभी देश के प्रमुख मिलकर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
1 दिसंबर 2022 से यह अध्यक्षता भारत के हाथों में है, दिसंबर से लेकर अब तक भारत में 17वीं बार सम्मेलन हो चुका है, दिल्ली में होने वाले सम्मेलन 18वीं है जोकि 9-10 सितंबर को होने जा रही है। भारत की अध्यक्षता का यह ‘Third term’ है, अनुमान लगाया जा रहा है कि भारत अपने अध्यक्षता के अंतिम चरण पर कुछ महत्वपूर्ण फैसले लेगी G20 की स्थापना साल 2008 में कई गई थी।
G20 क्या है। || What is G20?
G20 जिसे ‘ग्रुप ऑफ ट्वेंटी (Group of twenty)’ के नाम से भी दुनिया में जाना जाता है। यह एक इंटरनेशनल इकोनामी फॉर्म है जिसमें कुल 20 देश शामिल होते हैं। यह देश इकोनॉमिकली एडवांस है और वर्ल्ड इकोनामी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। G20 का मेन उद्देश्य है ग्लोबल इकोनामिक को स्टेबलाइज करना इंटरनेशनल फाइनेंशियल कॉरपोरेशन को बढ़ाना और ग्लोबल इकोनामिक चैलेंज के लिए सलूशन ढूंढना होता है। इसमें सामूहिक आर्थिक संकट पर चर्चा होती है जैसे कि व्यापार, वित्त, आर्थिक सुधार, समृद्धि के वितरण और अन्य अहम विषय। G20 का प्रथम सम्मेलन 1999 में हुआ था और तब से हर साल इसकी अध्यक्षता अलग-अलग देश करते हैं।
G-20 के सदस्य देश है || G-20 member countries are
‘अर्जेंटीना(Argentina)’ ‘ऑस्ट्रेलिया(Australia)’ ‘ब्राजील(Brazil)’ ‘कनाडा(Canada)’ ‘ चीन(China)’ ‘फ्रांस(France)’ ‘जर्मनी(Germany)’ ‘ भारत(Bharat)’ ‘इंडोनेशिया(Indonesia)’ ‘इटली(Italy)’ ‘जापान(Japan)’ ‘मेक्सिको(Mexico)’ ‘रूस(Russia)’ ‘सऊदी अरबिया(Saudi Arabia)’ ‘साउथ अफ्रीका(South Africa)’ ‘साउथ कोरिया(South Korea)’ ‘टर्की(Turkey)’ ‘यूनाइटेड किंग्डम(United Kingdom)’ ‘यूनाइटेड स्टेट(United States)’ और ‘यूरोपीयन यूनियन(European Union)’ यह देश मिलकर ग्लोबल आर्थिक मुद्दे पर संवाद और समझौता करते हैं।
G20 New Delhi सम्मेलन में भारत लेने वाला है बड़ा फैसला || Bharat is taking a big Decision in G20!
कब और कैसे हुआ G20 की शुरुआत। || When and how did the G20 start?
G20 साल 2008 से पहले G8 हुआ करता था जिसमें अमेरिका, कनाडा, जर्मनी, इटली, फ्रांस, जापान, ब्रिटेन और रूस हुआ करते थे। साल 1998 में यह संगठन G7 हुआ करता था मगर साल 1999 में रूस में आर्थिक तंगी आ गई जिसके वजह रूस भी इस संगठन में साल 1999 में शामिल हो गया।
G20 की शुरुआत 1999 में हुआ था। इसका पहला सम्मेलन जर्मनी में आयोजित हुआ था, तब से ही इस ग्रुप को “Group of Twenty” कहा जाता है और इसका मेन उद्देश्य ग्लोबल इकनोमिक मुद्दों पर संवाद और समझौता करके आर्थिक स्टेबिलिटी को बढ़ावा देना है।
G20 का जन्म होना बहुत ही महत्वपूर्ण था क्योंकि एशियन फाइनेंशियल क्राइसिस (Asian Financial Crisis) और रशियन फाइनेंशियल क्राइसिस (Russian financial crisis) जोकि (1997-1998) के बीच पूरे एशियन कंट्री में फैल चुका था, उस वक्त की बात करें तो यह कोई आपदा से कम नहीं था। दुनिया भर के प्रमुख आर्थिक देश समस्याओं का समाधान निकालने के लिए मूल रूप से आगे आए। आज के G20 में शामिल देशों में उस वक्त वे एडवांस थे और उनका उद्देश्य था कि ग्लोबल आर्थिक मुद्दों पर बातचीत और समझौता करके इस आपदा को हमेशा के लिए खत्म करें।
G20 के सदस्य देश ने इस फॉर्म को 2008 के ग्लोबल फाइनेंसियल आपदा के समय और भी महत्वपूर्ण बना दिया। जब उन्होंने साथ मिलकर ग्लोबल इकोनामी को स्टेबलाइज करने और आर्थिक मंदी से बाहर निकलने के लिए बहुत सारे महत्वपूर्ण फैसले लिए तब जाकर G20 को राष्ट्रीय स्तर पर 2008 में मान्यता मिली।
G20 अब ग्लोबल इकोनामिक गवर्नेंस का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है और हर साल इसका सम्मेलन किसी एक सदस्य देश में आयोजित होता है। 2009 में पहली बार अध्यक्षता करने वाला देश अमेरिका था जहां पर आर्थिक मुद्दे पर बातचीत की गई और समाधान ढूंढा गया। अब भी ग्लोबल इकोनामिक स्टेबिलिटी को प्रमोट करना और इंटरनेशनल फाइनेंशियल कॉरपोरेशन को बढ़ाना संगठन का मेन उद्देश्य है।
G20 New Delhi सम्मेलन में G20 के अलावा अतिथि के रूप में कौन से देश होंगे शामिल। || Apart from G20, which countries will attend as guests.
भारत ने पूरे देश में शांति और एकत्र होने का परिचय दिया है। उन्होंने अपनी अध्यक्षता में G20 के अलावा अन्य देशों को भी अतिथि के रूप में आमंत्रित किया है जैसे कि नीदरलैंड, बांग्लादेश, नाइजीरिया, स्पेन, संयुक्त अरब अमीरात, सिंगापुर, ओमान, मॉरीशस और मिस्र जैसे देशों को आमंत्रित किया है। यह संदेश है सभी देशों के लिए है कि हम सब मिलकर आने वाले भविष्य की अच्छे कामना करें इसलिए G20 के मुख्य श्लोक या थीम देखे तो “वसुधैव कुटुंबकम” या “एक पृथ्वी• एक परिवार • एक भविष्य” है उनमें यह साफ-साफ दर्शाए की भारत सभी देशों को आगे लेकर चलने की बात कर रहा है।
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