हेलो दोस्तों आज मैं आपको भारत के 10 सबसे खूबसूरत और ऊंचे झरने (Top 10 Most Beautiful and highest waterfalls in India in Hindi) के बारे में बताऊंगा। जहाँ जाना हर किसी को अच्छा लगता है और आप भी वह जाना जरुर चाहेंगे।
1. Kunchikal WaterFall (कुंचिकल जलप्रपात), कर्नाटक :-
स्थान :- यह जलप्रपात शिमोगा में स्थित है। जो कि बड़े शहरों जैसे बैंगलोर (382km), मैसूर (303km) और मंगलुरु (128km) आदि जैसे शहरों से सड़क के माध्यम से जुड़ा हुआ है।
भारत के सबसे ऊंचे और खूबसूरत झरने की बात करें तो कुंचिकल झरना (kunchikal WaterFall) सबसे प्रथम स्थान पर आएगा। कुंचिकल झरना (kunchikal WaterFall) की ऊंचाई लगभग 1492 फिट या (455m) है। इतने ऊंचे झरने से अगर पानी का एका-एक सैलाब सीधा जमीन पर गिरेगा तो इसका दृश्य कैसा होगा यह दृश्य सोच कर ही वहां जाने की चाह मेरे और आपके मन में जरूर उठ रही होगी।
कुंचिकल झरना (kunchikal WaterFall) में रोजाना हजारों पर्यटक यह खूबसूरत दृश्य देखने के लिए जाते हैं और वहां मिल रहे प्राकृतिक नजारे का आनंद उठाते हैं और साथ ही साथ यादों की तौर पर अपने मोबाइल और कैमरो में इस दृश्य को कैद कर लेते हैं। सरकार द्वारा इस जलप्रपात में एक जलविद्युत मशीन (hydroelectric plant) लगाई गई है। जिससे हमें इलेक्ट्रिसिटी प्रदान होती है।
जाने का सही समय :- जुलाई से सितंबर के बीच।
2. Langshiang WaterFall (लांगशियांग जलप्रपात), मेघालय :-
लांगशियांग जलप्रपात सबसे खूबसूरत और हिंदुस्तान के पश्चिम खासी हिल्स मे मौजूद सबसे बड़ी जलप्रपात में से एक है। यह इतना ज्यादा खूबसूरत है कि हिंदुस्तान के हर एक कोने से लोग बड़े शौक से यहां आते हैं और यहां मिल रहे प्राकृतिक नजारे और खूबसूरत वादियां लोगों को इतना लुभाती है कि उनकी इच्छा ही नहीं करती वापस जाने की।
यह जलप्रपात नोंगस्टोइन (Nongstoin) से 24 किलोमीटर की दूरी पर संगरियांग (Sangriang) गाँव के पास मौजूद है। यह इतना विशाल है कि इसे आप मोवोन (Mawpon) गांव से भी देख सकते हैं। Langshiang WaterFall (लांगशियांग जलप्रपात) की कुल ऊंचाई की बात करें तो यह करीब 1,106 फीट यानी 337 मीटर ऊंचा है अगर आप यहां जाने की सोच रहे हैं तो समय व्यर्थ बिल्कुल ना करें एक बार इस अद्भुत प्राकृतिक वादियों में अपना कुछ समय जरूर व्यतीत करें। इससे आपके मन को बहुत शांति मिलेगी
जाने का सही समय :- अक्टूबर से दिसंबर और मार्च से मई के बीच।
3. Nohkalikai WaterFall (नोहकलिकाइ जलप्रपात), मेघालय :-
यह हिंदुस्तान का तीसरा सबसे ऊंचा और सबसे खूबसूरत जलप्रपात है। इसकी ऊंचाई करीब 1,115 फीट यानी 340 मीटर है। यह मेघालय के चेरापूंजी नामक स्थान के पास पूर्वी खासी हिल्स में स्थित है। इसे देखने के लिए लोग हिंदुस्तान के अलग-अलग शहर से आते हैं। यहां तक कि विदेश तक इसकी चर्चा है। इसकी खूबसूरती को देखने के लिए हर साल सैलानियों की कचाकच भीड़ यहां भरी रहती है।
Nohkalikai WaterFall (नोहकलिकाइ जलप्रपात) की खूबसूरती के पीछे की डरावनी कहानी ??
चेरापूंजी में रह रहे लोगों द्वारा बताई गई एक आश्चर्यजनक घटना जिसे सुनते ही इस झरने की खूबसूरत में आपको दाग नजर आने लगेगी। बताया जाता है की काफी साल पहले “का लिकाई” नाम एक महिला अपने पति और अपनी बेटी के साथ चेरापूंजी में रहा करती थी। एक रोज उसके पति की अचानक मृत्यु हो गई। जिस वजह से “का लिकाई” को बड़ा सदमा लगा मगर उसके ऊपर उसकी बेटी का लालन-पालन का कर्तव्य था।
जिस वजह से वह ना चाह कर भी दूसरी शादी करने के लिए राजी हुई। शादी के बाद से ही उसके दूसरे पति को “का लिकाई” की बेटी बिल्कुल रास नहीं आ रही थी और एक दिन मौका देख कर “का लिकाई” के दूसरे पति ने उसके बेटी को फरसे से काट दिया। जब “का लिकाई” जंगल से लकड़ी काटकर वापस घर पहुंची तो उसके दूसरे पति ने उसके लिए मटन का मीट बना कर रखा था। वह “का लिकाई” को अपने हाथों से खाना परोसा।
जब “का लिकाई” खाना खत्म करके हाथ धोने के लिए घर के बाहर पहुंची तो उसे टोकरी में कटी हुई उंगलियां नजर आई। जब उसने अपने दूसरे पति से अपनी बेटी के बारे में पूछा तो उसका पति जोर-जोर से हंसने लगा। यह देख कर और मन ही मन “का लिकाई” को एक अंदरूनी चोट पहुंची। यह सदमा इतना बड़ा था कि वह पहाड़ियों पर चढ़कर जहां से आज भी झरने का पानी गिरता है वहां से कूदकर अपनी जान दे दी। तब से लेकर आज तक इस झरने का नाम Nohkalikai WaterFall (नोहकलिकाइ जलप्रपात) रख दिया गया है।
जाने का सही समय :- जून से लेकर सितंबर के बीच।
भारत के 10 सबसे खूबसूरत और ऊंचे झरने (Top 10 Most Beautiful and highest waterfalls in India in Hindi)
4. Nohsngithiang WaterFall (नोहशंगथियांग जलप्रपात), मेघालय :-
यह जलप्रपात हिंदुस्तान का चौथा और सबसे बड़ा जलप्रपात है। यह जलप्रपात मेघालय की शान है। यह चेरापूंजी से बस 4 किमी दूर पर स्थित एक भव्य जलप्रपात है। इसे देखने के लिए हर साल सैलानियों की संख्या बढ़ती ही चली जा रही है। आपको बता दें नोहशंगथियांग जलप्रपात का दूसरा नाम “सेवन सिस्टर फॉल्स” भी है। वह इसलिए क्योंकि इसकी धाराएं जो है वह सात अलग-अलग खंडों में बिखरी हुई है मगर जमीन पर आते-आते इसकी सभी 7 धाराएं एक हो जाती है।
यह जलप्रपात “मावसई गाँव” पूर्वी खासी हिल्स में मौजूद है। इसकी ऊंचाई 1033 फीट यानी 315 मीटर है। इसका नाम सेवन सिस्टर फॉल्स आसपास के सात बहन राज्यों के नाम पर रखा गया है। जैसे:- अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, असम, नागालैंड, मणिपुर, मेघालय और मिजोरम हैं। यह सभी हिंदुस्तान के उत्तर पूर्वी राज्य हैं।
जाने का सही समय :- जून से लेकर सितंबर के बीच और नवंबर से लेकर दिसंबर के बीच।
5. Dudhsagar WaterFall (दूधसागर जलप्रपात), गोवा :-
यह जलप्रपात हिंदुस्तान का पांचवा सबसे बड़ा जलप्रपात है। यह जलप्रपात गोवा-कर्नाटक बॉर्डर पर स्थित है। यह एकमात्र हिंदुस्तान का जलप्रपात है जो किसी बॉर्डर की सीमाओं को लगता है। यह जलप्रपात पश्चिमी घाटी के भगवान महावीर और मोल्लेम राष्ट्रीय उद्यान के ठीक मध्य में स्थित है।
यह जलप्रपात इतना ज्यादा चर्चित है कि बॉलीवुड की फिल्म “चेन्नई एक्सप्रेस” की शूटिंग भी इसी दूधसागर जलप्रपात पर फिल्माई गई थी अगर आप यहां जाने की सोच रहे हैं तो यह जलप्रपात सड़क के माध्यम से बड़े बड़े शहरों से जुड़ा हुआ है। जैसे कि पणजी से 60 किलोमीटर, मडगांव से 46 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस जलप्रपात की कुल ऊंचाई 1017 फिट (310 मीटर) है और इसकी चौड़ाई 100 फिट यानी 30 मीटर है।
इस जलप्रपात का नाम दूधसागर क्यों पड़ा ??
दरअसल यह जलप्रपात का पानी इतना ज्यादा साफ है कि यह बिल्कुल दूध की तरह दिखता है। जब 310 मीटर की ऊंचाई से पानी का सैलाब गिरता है तो इसे देखने पर किसी दूध के सागर जैसा लगता है। इसके चारों और पेड़ पौधों की फैली हरियाली इसकी खूबसूरती को और भी ज्यादा बढ़ा देता है। मानसून के वक्त इसकी धाराएं और भी ज्यादा बड़ी हो जाती है और यह देखने में और भी ज्यादा खूबसूरत लगता है।
जाने का सही समय :- जून से लेकर सितंबर के बीच।
6. Athirapally Waterfall (अथिराप्पिल्ली जलप्रपात), केरल :-
यह जलप्रपात केरल राज्य का सबसे प्रसिद्ध और सबसे आकर्षण का केंद्र वाला जलप्रपात है। आपको जानकर हैरानी होगी सबसे लोकप्रिय फिल्म बाहुबली की शूटिंग भी इसी जलप्रपात पर हुई थी। यह त्रिशूर से करीब 63 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और कोच्चि से 70 किलोमीटर की दूरी पर इस जलप्रपात के चारों ओर फैले कई किलोमीटर पेड़ों की हरियाली है जोकि इस जलप्रपात की खूबसूरती और भी ज्यादा बढ़ा देती है।
केरल राज्य अपने सुंदर वातावरण के लिए पूरे विश्वभर में जाना जाता है। मानसून के वक्त आपको और भी बहुत सारे खूबसूरत जलप्रपात Athirapally Waterfall (अथिराप्पिल्ली जलप्रपात) के आसपास देखने को मिल जाएंगे।
जाने का सही समय :- जून से लेकर सितंबर के बीच।
7. Thalaiyar WaterFall (तलैयार जलप्रपात), तमिलनाडु :-
यह जलप्रपात तमिलनाडु के पलानी पहाड़ियों पर स्थित है जोकि डिंडीगुल जिले के अंतर्गत आता है। यह हिंदुस्तान का आठवां सबसे बड़ा झरना और विश्व का 267वां बड़ा झरना है। इसकी ऊंचाई धरातल से करीब 1000 फिट (297 मीटर) की है। अगर आप यहां जाने के बारे में सोच रहे हैं तो मैं आपको बता दूं Thalaiyar WaterFall (तलैयार जलप्रपात) जाने के लिए कोई भी पक्की सड़क नहीं है।
आपको पैदल यात्रा करना होगा चारों और जंगल से घेरा हुआ यह जलप्रपात आपको और भी ज्यादा आकर्षक करेगा। हर रोज हजारों की संख्या में लोग इस जलप्रपात को देखने के लिए आते हैं।
जाने का सही समय :- अप्रैल से लेकर अगस्त के बीच।
8. Jog WaterFall (जोग जलप्रपात), कर्नाटक :-
जोग जलप्रपात हिंदुस्तान के कर्नाटक राज्य में स्थित है। यह शिमोगा और कन्नड़ जिला की सीमाओं पर लगता हुआ हिंदुस्तान का दसवां सबसे बड़ा झरना है। इसकी ऊंचाई करीब 254 मीटर है। यह दक्षिण हिंदुस्तान के सबसे लोकप्रिय झरनों की गिनती में सर्वश्रेष्ठ आता है। Jog WaterFall (जोग जलप्रपात) का मुख्य स्रोत शरावती नदी है। इसके झरनों की कुल चार खंड है
जिनके नाम रानी , राकेट, राजा, और रोरर है। प्रतिवर्ष Jog Falls (जोग जलप्रपात) को देखने के लिए कई सारे पर्यटक हिंदुस्तान के बाहर से भी आते हैं और आए दिन बॉलीवुड की और साउथ इंडस्ट्री की मूवी की शूटिंग इस जलप्रपात पर होती रहती है।
जाने का सही समय :- जून से लेकर सितंबर के बीच।
भारत के 10 सबसे खूबसूरत और ऊंचे झरने (Top 10 Most Beautiful and highest waterfalls in India in Hindi)
9 Hebbe WaterFall (अब्बे जलप्रपात), कर्नाटक :-
यह जलप्रपात कर्नाटक (मदिकेरी) में स्थित है जोकि कोडगु जिला के मुख्यालय के बिल्कुल समीप है। 168 मीटर की ऊँचाई वाला यह जलप्रपात एक खूबसूरत कॉफी बागान के भीतर मौजूद है। चारों और कॉफी के खेतों से भरी हरियाली आपके चेहरे पर एक लंबी मुस्कान ला देगी। अगर आप यहां आने की सोच रहे हैं तो बिल्कुल निश्चिंत रहें। यहां आने के लिए आप अपने निजी वाहन का उपयोग कर सकते हैं या आप किसी बस या कार बुक कर सकते हैं।
मदिकेरी से Hebbe WaterFall (अब्बे जलप्रपात) महज 5 किलोमीटर की दूरी पर है आप चाहे तो इस यात्रा को यादगार बनाने के लिए पैदल भी जा सकते हैं। यहां मिल रहे शान्त प्राकृतिक वातावरण आपके मन को मोह लेगी।
जाने का सही समय :- अगस्त से जनवरी के बीच।
10. Hogenakkal Waterfall (होगेनक्कल जलप्रपात), तमिलनाडु :-
यह जलप्रपात तमिलनाडु के धरमपुरी जि़ले से 15 किलोमीटर की दूरी पर कावेरी नदी के किनारे मौजूद है। यह जलप्रपात आकर्षण का केंद्र हमेशा से रहा है। यह सभी जलप्रपात के मुकाबले अगर भौगोलिक संरचना के रूप में देखा जाए तो हिंदुस्तान का सबसे अद्भुत जलप्रपात है।
अद्भुत करने वाली बात यह है कि पूरे दक्षिण एशिया में Hogenakkal Waterfall (होगेनक्कल जलप्रपात) में मिलने वाली कार्बोनाईट चट्टानें सबसे प्राचीन मानी जाती है। शुष्क मौसम में हर साल लाखों की तादाद में सैलानी यहां घूमने और अपना समय बिताने के लिए आते हैं।
जाने का सही समय :- अक्टूबर से फरवरी के बीच।
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